मकर संक्रांति उत्सव सामाजिक समरसता , वसुधैव कुटुम्बकम, मेल-जोल और मदद के उन मानवीय भावों से जुड़ा उत्सव है !
सभी देशवासियों को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएँ ! मकर संक्रांति का उत्सव संघ के ६ उत्सवों में से एक है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में इसे प्रमुख रूप से मनाया जाता है, वैसे तो भारत में हर दिन त्यौहारों है और हर दिन का महत्व है लेकिन मकर संक्रांति का दिन विशेष महत्व रखता है ! इस दिन भगवान सूर्यनारायण मकर राशि में प्रवेश करते है तथा दक्षिणायन समाप्त होकर उत्तरायण प्रारंभ होता है ! यह दिन समाज को अज्ञान रूपी अंधकार से प्रकाश रुपी ज्ञान की ओर, हीनता से श्रेष्ठता की ओर, क्षुद्र्ता से गौरव की ओर, निराशा से आशा की ओर तथा अवगुणों का नाश कर सद्गुणों की ओर जाने की प्रेरणा देता है ! हिंदू समाज को एकाुट होने की आवश्यकता ! समाज से छुआछूत और रुढ़ियों को समाप्त कर समरसता एवं स्वाभिमान जगाने का पर्व है मकर संक्रांति। हमार अंदर चेतना जगाने और भारत को पुन: परम वैभव बनाने का संकल्प लेने का उत्सव है यह पर्व। विभिन्न जातियों में बटे हिंदू समाज को एकाुट होने की आवश्यकता है। हिंदू समाज को संगठित होने की आवश्यकता है तिल और गुड़ की तरह बिखरहिंदू समाज को एकता...